
Horror story शिमला के बारे में तो सब जानते हैं वहां की सुंदरता और पहाड़ सबको पसंद आते हैं जब 14 साल की निहारिका के पापा ने उसे बताया कि वह छुट्टियों के लिए शिमला जा रहे हैं तो वह बहुत ज्यादा खुश हुई। निहारिका और उसका परिवार अगले ही दिन शिमला के लिए निकल गए, उन्होंने 2 दिन वहां पर खूब मजे किए पर ट्रिप के तीसरे दिन निहारिका के माता-पिता ने सोचा कि वह शिमला के पास ही बेहद सुंदर माने जाने वाली सोलन डिस्ट्रिक्ट भी देखने जाएगें।
उसी समय निहारिका और उसका परिवार शिमला से सोलन जाने वाली एकलौती ट्रेन पर चढ़ गए शुरू में तो निहारिका खुश थी लेकिन धीरे-धीरे उसे वह 2 घंटे का सफर बहुत ही लंबा लगने लगा वह एकदम से चिड़चिड़ी होने लगी निहारिका की मम्मी उस पर बहुत गुस्सा करने लगी और उसे पीछे वाली सीट पर भेज दिया. निहारिका खुद को शांत करने के लिए खिड़की के बाहर देखने लगी और फिर अचानक उसे ऐसा लगा जैसे उसके पास कोई बैठा है। उसने जैसे ही सामने वाली सीट पर देखा वहां 1 सोलह 17 साल का लड़का बैठा था।
निहारिका उसे देख कर चौक गई लेकिन कुछ देर बाद वह फिर से खिड़की के बाहर देखने लगी वह लड़का निहारिका को देखे जा रहा था और फिर निहारिका से कहने लगा - आगे मेरा घर आने वाला है तुम देखना चाहोगी। उस लड़के की यह बात सुनकर निहारिका मानो सम्मोहित हो गई और वह भी उस लड़के को देखने लगी और उस लड़के की आंखें लाल होने लगी. उस लड़के ने निहारिका का हाथ पकड़ा और उसे ट्रेन के दरवाजे पर ले गया, निहारिका ने देखा कि आगे एक टनल आने वाला था जो कि बहुत ही विरान और डरावना सा लग रहा था.
वह लड़का निहारिका से कहने लगा कि वह टनल नंबर 33 है और वही उसका घर है और उसकी मां वहां उसका इंतजार कर रही है। यह कहते ही निहारिका को जोर का झटका लगा और वह लड़का वहां से गायब हो गया लेकिन अब निहारिका की आंखें एकदम लाल हो चुकी थी उस लड़के की आत्मा शायद अब निहारिका के अंदर घुस चुकी थी. ट्रेन जैसे ही उस टनल के अंदर घुसी निहारिका की हालत और खराब होने लगी उसके मुंह से खून निकलने लगा और उसका शरीर नीला पड़ने लगा। निहारिका ने ट्रेन से नीचे कूदने के लिए अपना कदम बढ़ाया ही था कि तभी ट्रेन का टीसी आया और उसने निहारिका को अंदर खींच लिया.
अंदर आते ही निहारिका और चिल्लाने लगी और उसकी आवाज सुनकर उसके माता-पिता भी वहां आ गए TC ने निहारिका की आंखें बंद कर दी और उसके माथे पर एक बोतल से पानी डालने लगा। टनल क्रॉस करते ही निहारिका से पूछा गया और देखते ही देखते निहारिका के मुंह से एक जोर का धुआं निकला और वह सीधा ट्रेन के दरवाजे से बाहर चला गया, जब निहारिका ने अपने माता-पिता को उस लड़के के बारे में बताया तो उसके माता-पिता ने उससे कहा कि ना तो उन्हें उनके कंपार्टमेंट में और ना ही ट्रेन में कोई लड़का दिखा.
तब उस TC ने उसके माता-पिता को बताया की बहुत साल पहले उस टनल नंबर 33 में एक लड़के की इसी ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी उसका घर उस टनल के पीछे ही था और उसकी मां टनल नंबर 33 की केयरटेकर थी बेटे की मौत की वजह से उसकी मां ने भी इसी ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी थी। उस दिन के बाद से उस लड़के की आत्मा किसी का शरीर ढूंढ रही है जिस में घुसकर वह वापस अपने घर जा सके, यह सब सुनकर निहारिका और उसके माता-पिता का दिल बुरी तरह दहल उठा।
सोलन पहुंचने के कुछ दिन तक निहारिका सदमे में ही रही और फिर उसका परिवार उसे वापस लेकर घर चले गए। अगर आपको हमारी यह कहानी अच्छी लगी हो तो कृपया एक अच्छा सा कमेंट करके जाएं और हम रोजाना आप के लिए ऐसी ही मजेदार कहानियां लेकर आते रहते हैं इसलिए हमारे साथ जुड़े रहिए धन्यवाद।
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